आजादी का पर्व
आजादी का पर्व मनाने, गाँव गली तक जायेंगे ।
तीन रंगों का प्यारा झंडा, शान से हम लहरायेंगे ।
नहीं भूलेंगे उन वीरों को , देश को जो आजाद किया ।
भारत मां की रक्षा खातिर, जान अपनी कुर्बान किया ।
आज उसी की याद में हम सब , नये तराने गायेंगे ।
तीन रंगों का प्यारा झंडा, शान से हम लहरायेंगे ।
चन्द्रशेखर आजाद भगतसिंह, भारत के ये शेर हुए ।
इनकी ताकत के आगे, अंग्रेजी सत्ता ढेर हुए ।
बिगुल बज गया आजादी का, वंदे मातरम गायेंगे ।
तीन रंगों का प्यारा झंडा, शान से हम लहरायेंगे ।
मिली आजादी कुर्बानी से, अब तो नही जाने देंगे ।
चाहे कुछ हो जाये फिर भी, आंच नहीं आने देंगे ।
संभल जाओ ओ चाटुकार तुम, अब तो शोर मचायेंगे ।
तीन रंगों का प्यारा झंडा, शान से हम लहरायेंगे ।
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई, सबको आगे आना होगा ।
स्कूल हो या मदरसा सब पर , तिरंगा फहराना होगा ।
देशभक्ति का जज्बा है ये , मिलकर साथ मनायेंगे ।
तीन रंगों का प्यारा झंडा, शान से हम लहरायेंगे ।
रचना
महेन्द्र देवांगन माटी
पंडरिया (छत्तीसगढ़ )
दूरभाष - 8602407353